मसूरी में ई रिक्शा चलाने की कवायद शुरू
मसूरी में ई रिक्शा चलाने की कवायद शुरू
मसूरी (धर्मेंद्र सिंह) – नगर पालिका परिषद मसूरी द्वारा बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पारित कर माल रोड में चल रहे साइकिल रिक्शा समाप्त कर ई रिक्शा चलाने की कवायद शुरू कर दी गई है. जिसके तहत लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन द्वारा मसूरी में ई-रिक्शा संचालन के लिए स्थल चयन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। बताते चलें कि नगर पालिका परिषद मसूरी में 121 साइकिल रिक्शा पंजीकृत है जिन्हें पुनर्वासित किया जाना है, जिसके लिए रिक्शा संचालकों के साथ कई बैठकें भी आयोजित की जा चुकी है। रिक्शा संचालित करने वाले मजदूरों ने ई-रिक्शा लाने का स्वागत किया है और इसके लिए नगर पालिका लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया है।
मसूरी (धर्मेंद्र सिंह) – नगर पालिका परिषद मसूरी द्वारा बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पारित कर माल रोड में चल रहे साइकिल रिक्शा समाप्त कर ई रिक्शा चलाने की कवायद शुरू कर दी गई है. जिसके तहत लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन द्वारा मसूरी में ई-रिक्शा संचालन के लिए स्थल चयन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। बताते चलें कि नगर पालिका परिषद मसूरी में 121 साइकिल रिक्शा पंजीकृत है जिन्हें पुनर्वासित किया जाना है, जिसके लिए रिक्शा संचालकों के साथ कई बैठकें भी आयोजित की जा चुकी है। रिक्शा संचालित करने वाले मजदूरों ने ई-रिक्शा लाने का स्वागत किया है और इसके लिए नगर पालिका लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया है।
नगर पालिका अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी ने बताया कि लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी के निदेशक के साथ रिक्शा यूनियन के सदस्यों की बैठक भी आयोजित की गई है। बैठक में निर्णय लिया गया है कि जो लोग ई रिक्शा चलाने में सक्षम है उन्हें ई-रिक्शा दिया जाएगा और शेष लोगों को विभिन्न माध्यम से पुनर्वासित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसमें स्थानीय प्रशासन नगर पालिका परिषद मसूरी और लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी द्वारा धन की व्यवस्था की जानी है, जिसमें लगभग चार से पांच करोड रुपए की लागत आएगी। उन्होंने कहा कि ई रिक्शा का ट्रायल भी किया जा चुका है और ई-रिक्शा संचालन के लिए स्थान का भी चयन किया जा रहा है।
रिक्शा संचालक सोहनलाल ने बताया कि वे लगभग 25 सालों से रिक्शा चला रहे हैं लेकिन उनका रूट निर्धारित है। साथ ही टैक्सी स्कूटी संचालन से उनके रोजगार पर प्रभाव पड़ा है ई-रिक्शा आने से पर्यटकों को सुविधाएं भी मिलेगी और उनके कार्य में भी वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि वह इसका स्वागत करते हैं और नगर पालिका का आभार व्यक्त करते है।
रिक्शा संचालक पारेश्वर नौटियाल ने कहा कि ई-रिक्शा के साथ ही सीएनजी की भी सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ई-रिक्शा के संचालन से जहां नए रूट निर्धारित किए जाएंगे। वहीं नए युवकों को और अधिक रोजगार उपलब्ध होगा। उन्होंने भी इस योजना का स्वागत किया है।