उत्तरकाशी के वीरपुर डुंडा में धूमधाम के साथ मनाया गया लोसर पर्व
उत्तरकाशी के वीरपुर डुंडा में धूमधाम के साथ मनाया गया लोसर पर्व
उत्तरकाशी (वीरेंद्र नेगी)- भारत देश जहां सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है। इसके लिए पूरे विश्व में भारत को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। वहीं उत्तरकाशी जिले में बुद्धिज्म को मानने वाले अनुयायी भी रहते हैं। वीरपुर डुंडा एक ग्रामीण क्षेत्र हैं, जहां अधिक मात्रा में बुद्धिजम को मानने वाले बहुसंख्या में रहते हैं, जिनका बुद्धिजम के पंचांग से आज नया वर्ष का आगाज होता हैं, जिसे लोसर पर्व कहा जाता हैं। लोसर का हिंदी अनुवाद किया जाय तो इसे नया वर्ष कहते हैं। जिसमें इस नव वर्ष को बड़ी धूम धाम से मनाया जाता हैं।
ये पर्व पूरे तीन दिन तक मनाया जाता है, जिसमें पहले दिन अपने देवी देवताओं को खुश करने के लिए दीपावली मनाया जाता हैं, जिसमें सभी ग्रामवासी एक स्थान पर एकत्र होकर दीवाली का पर्व मनाते हैं। दूसरे दिन सभी ग्रामवासी इस लोसर पर्व पर अपने परिवार और अपने संबंधियों से मिलते हैं. लोसर पर्व की बधाई देते हैं। तीसरे दिन लोसर पर्व के खत्म होने से पहले अपने घरों में पंचशील झंडा लगा कर इस पर्व को समाप्त करते हैं। साथ ही विश्व शांति की पूजा करते हैं। तीसरे दिन झंडा रोहण और एक पारंपरिक आटे की होली खेली जाती हैं, जिसमें एक शांति का प्रतीक दिया जाता हैं।