कृषि मंत्री गणेश जोशी ने की उत्तराखण्ड औद्यानिक परिषद् प्रबन्ध समिति की 7वीं बैठक
सर्वप्रथम बैठक में परिषद की विगत वर्षो की आय – व्यय विवरण पत्र प्रस्तुत करने के साथ ही गत बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार बोर्ड के द्वारा संपादित कार्यों का प्रस्तुतिकरण दिया गया। जिसके उपरान्त बैठक के एजेंडे पर बिंदुवार चर्चा की गयी। बैठक में परिषद की साधारण सभा व कार्यकारिणी समिति में महानिदेशक, कृषि एवं उद्यान को सदस्य के रूप में नामित करने पर परिषद के प्रबन्ध समिति द्वारा स्वीकृति / अनुमोदन प्रदान किया गया। उद्यान विभाग को पेपर रहित बनाने एवं औद्यानिक आंकड़ो के डिजिटाइजेशन तथा समस्त क्रियाकलापों को डिजिटल माध्यम से किये जाने हेतु “प्रोजेक्ट डिजिटल उद्यान” स्वीकृति / अनुमोदन के साथ प्रोजेक्ट का व्यय विवरण से बोर्ड को अवगत कराने हेतु निर्देशित किया गया।
राज्य में उत्पादित समस्त कृषि एवं औद्यानिक उत्पादों के बेहतर विपणन एवं वृहद प्रचार-प्रसार हेतु उत्तराखण्ड औद्यानिक परिषद के अधीन “अम्ब्रेला ब्रांड नेम” निर्माण हेतु प्रबन्ध समिति के द्वारा अनुमोदन / स्वीकृति प्रदान की गयी। राज्य के ऐसे कृषक जिनके पास कृषि एवं बागवानी योग्य भूमि है तथा वे राज्य से पलायन कर अन्य स्थानों पर जा रहे हैं। उनके खेत परती हैं, ऐसे कृषकों के साथ त्रिपक्षीय अनुबंध (भूस्वामी, परिषद व सेवा प्रदाता संस्था के मध्य ) कर भूमि विकास / बागवानी विकसित करने हेतु ‘प्रोजेक्ट बाग-बहार’ पर परिषद के माध्यम से सेवा प्रदाता के रूप में कार्य करने की प्रबन्ध समिति के द्वारा स्वीकृति / अनुमोदन दिया गया।
राज्य में स्थापित छोटे समूहों के सहयोग के दृष्टिगत देहरादून में ” द ब्रैंड ऑफ उत्तराखंड ” तीन दिवसीय महोत्सव के आयोजन हेतु हेतु प्रबंध समिति के द्वारा स्वीकृति एवं अनुमोदन प्रदान किया गया। कृषक उत्पाद बिक्री हेतु एच०पी०एम०सी० की तर्ज पर रिटेल आउटलेट / स्टोर स्थापना एंव संचालन से पूर्व, उत्तराखण्ड औद्यानिक परिषद अपने ब्राण्ड का चयन कर रिटेल आउटलेट हेतु भूमि का चयन उचित स्थानों पर कराये, जिससे स्थापित होने वाले आउटलेटों की उपयोगिता सुनिश्चित की जा सकें। उत्तराखण्ड औद्यानिक परिषद के भवन में भूतल पर स्थित हॉल में क्रेता-विक्रेता बैठक / समीक्षा बैठक / महानिदेशक कृषि एवं उद्यान विभाग की समीक्षा बैठक की स्थापना हेतु प्रबन्ध समिति का अनुमोदन एंव स्वीकृति प्रदान की गयी । परिषद / बोर्ड के कार्यों के बढ़ते कार्य क्षेत्र को देखते बोर्ड के कार्य संचालन हेतु उद्यान विभाग के विषय विशेषज्ञों को प्रतिनियुक्ति के आधार पर परिषद में नियुक्त किये जाने के सम्बन्ध स्वीकृति प्रदान की गयी।
बैठक में कृषि मंत्री गणेश जोशी ने निर्देश देते हुए कहा कि परिषद की प्रबन्ध समिति एवं कार्यकारिणी समिति की बैठकें नियमानुसार नियत समय पर कराई जाय। राज्य में पुष्प उत्पादन बढ़ावा दिये जाने हेतु हालैण्ड और थाईलैंड की तर्ज पर उत्तराखण्ड औद्यानिक परिषद के अधिकारियों को भ्रमण के लिए निर्देश दिये गये। मंत्री ने राज्य में काश्तकारों को विभिन्न औद्यानिक निवेश निर्धारित समय पर उपलब्ध कराये जाये । राज्य में विभागीय अधिकारी सीधा किसानों से संवाद कर उनसे जानकारी प्राप्त कर उनकी -समस्याओं का त्वरित गति से समाधान करने के भी निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि बोर्ड की बैठक समय पर की जाए। ताकि जिस उद्देश्य के साथ बोर्ड बैठक हो उसका लाभ मिल सके। उन्होंने मार्केटिंग व्यवस्था को सुदृढ़ करने के भी निर्देश दिए। मंत्री गणेश जोशी ने कहा प्रदेश में बागवानी एवं पुष्प उत्पादन के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं है। उन्होंने बागवानी क्षेत्र से जुड़े काश्तकारों को अवस्थापन सुविधाओं को देने के लिए कार्य योजना बनाये। जिसके लिए हाल्टीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड को विशेष प्रयास करने होंगे। उन्होंने होल्टी कल्चर के फील्ड में कार्य कर रहे अधिकारियों को हिमाचल और कश्मीर भ्रमण करने के भी निर्देश दिए। मंत्री ने कहा किसानों के साथ गोष्ठी की जाए और किसानों के अनुभवों को भी सम्मिलित किया जाए।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनंद वर्द्धन, महानिदेशक, कृषि एंव उद्यान रणवीर सिंह चौहान, उपसचिव उद्योग शिव शंकर मिश्रा, सीईओ बोर्ड नरेंद्र यादव, प्रबन्ध निदेशक, विजय थपलियाल, उपनिदेशक मीनाक्षी तिवारी, निदेशक महेन्द्र पाल सहित बोर्ड समिति के सदस्य उपस्थित रहे।