पैरालंपिक निशानेबाजी कोच सुभाष राणा का देहरादून पहुंचने पर किया भव्य स्वागत
पैरालंपिक निशानेबाजी कोच सुभाष राणा का देहरादून पहुंचने पर किया भव्य स्वागत
देहरादून (शिवांश कुंवर)- पैरालंपिक में निशानेबाजी कोच सुभाष राणा का देहरादून पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया। टोक्यो पैरालंपिक (Tokyo Paralympics) के निशानेबाजी गेम में 5 पदकों के साथ देश का गौरव बढ़ाने वाले कोच सुभाष राणा का देहरादून प्रेस क्लब पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। इस मौके पर लोगों ने सुभाष राणा का फूल माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर अभिवादन किया। इस दौरान सुभाष राणा ने प्रेस वार्ता भी की। साथ ही उन्होंने युवाओं को मूलमंत्र भी दिया। सुभाष राणा ने युवाओं से नशे से दूर रहने की अपील भी की है।
बता दें कि 2020 टोक्यो पैरालंपिक के बाद 2024 में भी भारत का शानदार प्रदर्शन जारी रहा। टोक्यो पैरालंपिक में भारत ने 5 मेडल अपने नाम किये थे। 2024 के पेरिस में हुए पैरालंपिक में भी 1 स्वर्ण,1 रजत, 2 कांस्य पदक के साथ 4 मेडल भारत के नाम रहे।भारतीय पैरालंपिक निशानेबाजी टीम के मुख्य कोच सुभाष राणा जी की पैरालंपिक की यह दूसरी बड़ी उपलब्धि है।
निशानेबाजी कोच सुभाष राणा ने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ हुआ संवाद खिलाड़ियों के साथ उनके जीवन का सबसे अनोखा अनुभव और पल था। उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि युवा नशे से दूर रहें, जो उनके भविष्य में प्रत्येक क्षण काम आएगा। सुभाष राणा ने युवाओं धैर्य रखने का भी संदेश दिया। उन्होंने कहा कि अमूमन देखा जाता है कि आजकल युवा अपने भविष्य का लक्ष्य निर्धारित नहीं कर रहे हैं। वह लक्ष्य अगर निर्धारित हो तो उसको प्राप्त करने के लिए लगातार प्रयास करें और धैर्य रखें ,ना की इधर-उधर भटके.उन्होंने कहा कि धैर्य, आत्मविश्वास और दृढ़ इच्छा हो तो निश्चित है कि आपको सफलता मिलेगी और लक्ष्य प्राप्त कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं. ऐसे में किसी व्यक्ति को हार नहीं माननी चाहिए और धैर्य का परिचय देते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आगे बढ़ते रहना चाहिए।
निशानेबाजी कोच सुभाष राणा ने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ हुआ संवाद खिलाड़ियों के साथ उनके जीवन का सबसे अनोखा अनुभव और पल था। उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि युवा नशे से दूर रहें, जो उनके भविष्य में प्रत्येक क्षण काम आएगा। सुभाष राणा ने युवाओं धैर्य रखने का भी संदेश दिया। उन्होंने कहा कि अमूमन देखा जाता है कि आजकल युवा अपने भविष्य का लक्ष्य निर्धारित नहीं कर रहे हैं। वह लक्ष्य अगर निर्धारित हो तो उसको प्राप्त करने के लिए लगातार प्रयास करें और धैर्य रखें ,ना की इधर-उधर भटके.उन्होंने कहा कि धैर्य, आत्मविश्वास और दृढ़ इच्छा हो तो निश्चित है कि आपको सफलता मिलेगी और लक्ष्य प्राप्त कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं. ऐसे में किसी व्यक्ति को हार नहीं माननी चाहिए और धैर्य का परिचय देते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आगे बढ़ते रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वह खुद पहाड़ से आए हैं और पहाड़ में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. प्रतिभाओं को निखारने के लिए उनको सही प्लेटफार्म देने के साथ सही गाइडलाइन की जरूरत है। अगर पहाड़ के खिलाड़ियों को सरकार की ओर से मदद मिल जाए तो वह भी देश में नाम हासिल कर सकते हैं।
तैयार हो रही उत्तराखंड की खेल नीति
निशानेबाजी कोच सुभाष राणा ने कहा कि पूरा विश्वास है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और खेल मंत्री रेखा आर्य के नेतृत्व में प्रदेश की खेल नीति काफी प्रभावी होगी और खिलाड़ियों को उससे काफी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि राजनीति में जाने का उनका कोई इरादा नहीं है परंतु अगर पार्टी उनको चुनाव मैदान में उतारेगी तो वह उसके लिए तैयार है।