थौलधार: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मैण्डखाल की 108 एंबुलेंस सेवा पिछले कई दिनों से खराब, एंबुलेंस सेवा चरमराई
थौलधार: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मैण्डखाल की 108 एंबुलेंस सेवा पिछले कई दिनों से खराब, एंबुलेंस सेवा चरमराई
कंडीसौड़ (सुनील जुयाल)- पहाड़ में जीवन दायनी के रूप में जानी जाने वाली 108 एंबुलेंस सेवा उचित रखरखाव के अभाव से पहाड़ों में हांफने लग गई हैं।
ऐसा ही मामला मैण्डखाल पीएचसी में तैनात 108 एंबुलेंस सेवा मैण्डखाल से बीस किलोमीटर दूर नगुण-भवान मार्ग पर पोखरी गांव के पास पिछले चार पांच दिनों से खराब हालत में खड़ी है।
108 की उचित देख रेख के अभाव में अभी तीन साल पुरानी गाड़ियों का इस तरह जगह-जगह खराब होकर खड़ा होना पहाड़ की सुदूरवर्ती जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है।
इसी तरह छाम कंडीसौड़ में तैनात 108 एंबुलेंस सेवा भी एक सप्ताह तक नगुण के पास मठियाली में एक सप्ताह तक खड़ी रही है। यह सरासर 108 सेवा संचालक कम्पंनी की लापरवाही एवं सरकारी संवेदनहीनता है। जबकि यह सरकार से लेकर कम्पनी तक सभी जानते हैं कि पहाड़ में आम आदमी के लिए 108 सेवा कितनी महत्वपूर्ण है और जन जन में आफत के समय याद आने वाला नंबर 108 ही है।
ग्रामीण विनोद भट्ट, गौरव तिवारी, जयेन्द्र सिंह, गिरीश चंद्र, बुद्धि लाल, सुनील प्रसाद, राम सिंह, मुकेश, रमेश प्रसाद आदि का कहना है कि सुदूरवर्ती क्षेत्रों में 108 एंबुलेंस सेवा को संकट के समय जनता एक विश्वसनीय विकल्प के रूप में याद करती है। इस तरह इतनी महत्वपूर्ण सेवा का खड़ा हो जाना गंभीर चिंता का विषय होने के साथ ही गरीब असहाय के साथ धोखे के समान है।
इस संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र छाम के सीएमएस डाक्टर धर्मेन्द्र उनियाल का कहना है कि 108 सेवा के वाहनों के खड़े होने के संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
108 एंबुलेंस पर तैनात फार्मासिस्ट का कहना है कि वाहन का गियर बॉक्स खराब हो गया है, जिसके कारण वह मरम्मत के लिए गया है। उन्होंने कहा कि जैसे ही मरम्मत हो जायेगी वैसे ही सेवा 108 चालू हो जाएगी। बताया कि मैंडखाल की 108 एंबुलेंस वाहन के पास उत्तरकाशी से शिफ्टिंग केश ज्यादा आते हैं, जिसके कारण वाहन के रिप्लेसमेंट का समय नहीं मिलता है।