उत्तरकाशी- नगरपालिका से 73 लाख रुपए वसूल कर साक्या इनवायरो प्राईवेट लिमिटेड कंपनी ने खुले में छोड़ा कूड़ा, कूड़े छटनी से निकला हजारों टन आर.डी.एफ
उत्तरकाशी- नगरपालिका से 73 लाख रुपए वसूल कर साक्या इनवायरो प्राईवेट लिमिटेड कंपनी ने खुले में छोड़ा कूड़ा, कूड़े छटनी से निकला हजारों टन आर.डी.एफ
उत्तरकाशी (वीरेंद्र नेगी)- उत्तरकाशी में बीते वर्ष कूड़े की समस्या जब नगर में विकराल भयावह रूप ले चुकी थी। प्रशासन व नगरपालिका पर कूड़ा निस्तारण का दबाव लगातार बढ़ रहा था। इस दबाव के चलते प्रशासन ने नगरपालिका को सख्त निर्देश दिए, जिसके चलते कूड़ा निस्तारण प्रक्रिया के लिए साक्या इनवायरो प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के संग नगरपालिका द्वारा तांबखानी से लगभग 6 हजार मैट्रिक टन कूड़ा उठा कर तिलोथ वार्ड संख्या 03 में उसका पूर्णतः निस्तारण करने का अनुरोध किया गया।
समाजसेवी अमेरिकन पुरी ने आरोप लगाते हुए संबंधित विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा. 60 दिनों में कूड़ा निस्तारण का कार्य नगरपालिका को समाप्त कर निस्तारण केंद्र से कूड़ा छंटाई के बाद बचे अतिरिक्त कूड़ा आरडीएफ को 5 दिन के भीतर नगर पालिका द्वारा उक्त स्थान से हटा दिया जाएगा इस पर कार्य होना था. 9 माह बीत चुके है लेकिन उक्त स्थल से बचा हुआ आर डी एफ ( कूड़ा )नहीं उठाया गया है और ना ही शर्त अनुरूप छंटाई स्थल का मैदान पूर्णतया साफ किया गया है. यह ढेर पूरी तरह से सूखा हुआ है जो यदि कभी जंगलों की आग की चपेट या किसी शरारती तत्व की चुक से इस पर आग लगाई जाती है तो यह बहुत नुकसानदायक होगा. साथ ही यह सूखा होने के कारण हवा तूफान में उड़कर लोगों के घर आंगन आसपास के खुले वातावरण में फैल सकता है।
जिस स्थल को नगरपालिका द्वारा 60 दिवस में पूर्णतः खाली करना था उसे आज 9 माह बीत जाने पर भी साफ नहीं किया गया। बचत कूड़ा का ढेर खुले में छोड़ कर नगरपालिका द्वारा भारी लापरवाही बरती जा रही है। अमेरिकन पुरी ने तिलोथ वार्ड 03 के स्थानीय क्षेत्रीय जनता से अपील की है कि जिला प्रशासन के समक्ष इस विषय को रखना होगा और संबंधित ठेकेदार को भी उनके द्वारा हस्ताक्षर किए अनुबंध में लिखित शर्तों का पालन करने के लिए नगरपालिका को बाध्य करना होगा। नगरपालिका से निवेदन है कभी तो अपनी छवि सुधारने हेतु प्रयास करें। कंपनी को 73 लाख रुपए देकर कार्य समय से पूर्व ना करवा पाना घोर लापरवाही है। यह लापरवाही नगरपालिका व सम्बन्धित ठेकेदार की मिलीभगत की और इशारा कर रही है। तंबाखानी से 6 हजार मीट्रिक टन कूड़ा पूर्णतः उठाया गया इसमें भी तंबाखानी की स्थिति को देखते हुए संदेह होता है।