उत्तरकाशी में 23 अप्रैल से 29 अप्रैल तक अष्टादश महापुराण, अष्टोत्तर श्रीमद्भागवत कथा के दिव्य-भव्य आयोजन के लिए तैयारियां हुई शुरू
उत्तरकाशी में 23 अप्रैल से 29 अप्रैल तक अष्टादश महापुराण, अष्टोत्तर श्रीमद्भागवत कथा के दिव्य-भव्य आयोजन के लिए तैयारियां हुई शुरू
जिले के विभिन्न हिस्सों से पहुंचेगी देव डोलियां
उत्तरकाशी (वीरेंद्र नेगी)- अष्टादश महापुराण व अतिरूद्र महायज्ञ समिति ने बैठक आयोजित कर अष्टोत्तर श्रीमद्भागवत महापुराण, अतिरूद्र एवं विष्णु यज्ञ और श्रीकृष्ण रासलीला जिसका सप्तदिवसीय आयोजन 23 से 29 अप्रैल 2024 तक होना सुनिश्चित है। जनमानस को आनंद और शांति के चिरस्थायी स्त्रोत से अवगत कराने हेतु इस महायज्ञ में उत्तरकाशी जनपद के अलग-अलग हिस्सों से देवडोलियां आमांत्रित हैं व वृंदावन के सुप्रसिद्ध भागवत के मर्मज्ञ डॉ. श्यामसुंदर पारासर सहित 108 कथा व्यास होंगे। इसके लिए लगभग 50 यजमानों सहित व कुछ श्रद्धालुओं ने भंडारे के लिए भी पंजीकरण करा चुके है। आज सत्यम होटल के संचालक अरविंद कुडि़याल ने लगभग 2 लाख पचास रूपए यज्ञ में आहुति हेतु ढाई कुंतल घी के लिए देने की प्रतिबद्धता की व इससे पूर्व अलग से 1 लाख इकत्तीस हजार रूपए की धनराशि भेंट भी कर चुके हैं। समिति के संयोजक प्रेम सिंह पंवार ने समिति द्वारा यज्ञ के सफल आयोजन के लिए किये जा रहे कार्यों की जानकारी सभी उपस्थित महानुभावों को देते हुए कहा कि इस वर्ष का आयोजन बड़ा दिव्य व भव्य होने जा रहा है। वहीं समिति के भंडार नायक राजेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि प्रति दिन भंडारे में 3 हज़ार लोग व साधु-संत अन्न ग्रहण करेंगे जिसके लिए पूर्ण तैयारी की जा रही है। गौतम पार्क के संचालक समाजसेवी विजय बहादुर रावत ने निशुल्क आवासीय व्यवस्था के लिए सहमति दी। शहर के विभिन्न धर्मशालाएं व होटलों में ठहरने की व्यवस्था की गई। कार्यक्रम में काशी नगरी में शिवरात्रि पर्व की विशाल आयोजन की भूरी भूरी प्रसंशा की गई।
इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष हरिसिंह राणा, व्यवस्थापक घनानंद नौटियाल, महासचिव रामगोपाल पैन्यूली, नत्थी सिंह रावत, राधेश्याम खंडूरी, जीतवर सिंह नेगी, रामकृष्ण नौटियाल, महंत अजयपुरी, प्रभावती गौड़, परमानंद नौटियाल, आनंद प्रकाश मेहर, भरत सिंह पयाल, शिव प्रसाद सेमवाल, सूर्यवल्लभ नौटियाल, श्याम सिंह पंवार, आनंद सिंह पंवार, प्रमोद सिंह कंडियाल, खुशपाल सिंह नेगी, गजेन्द्र मटुड़ा ‘प्रेमी’, दिनेश पंवार, प्रताप पोखरियाल, महावीर सिंह रावत, दुर्गेश खंडूड़ी, राजेन्द्र गंगाड़ी, विजय प्रसाद भट्ट, किरन पंवार, सुरेश सेमवाल, राजेन्द्र सिंह पंवार, प्रेम सिंह चौहान, दीना भंडारी, यशोदा पंवार, पुष्पा पंवार, दिनेश गौड़, शिव प्रसाद भट्ट, शम्भू प्रसाद भट्ट, महेन्द्र पाल सिंह सजवाण, जगदम्बा नौटियाल, सुरेश चन्द्र शास्त्री, भूदेव कुडि़याल, डॉ. द्वारिका प्रसाद नौटियाल, आचार्य दशरथ प्रसाद भट्ट, लोकेश प्रसाद नौटियाल, सागर प्रसाद बिजल्वाण, स्वदेशी कुकरेती, नितिन जोशी, कमला जोशी, कल्पना ठाकुर गुलेरिया, शान्ति प्रसाद महर, चिरंजीव सिंह नेगी, दिवस सेमवाल, शान्ति प्रसाद भट्ट, प्रेम सिंह भंडारी, गोविंद सिंह राणा, सुरेन्द्र प्रसाद नौटियाल व डॉ. शम्भू प्रसाद नौटियाल आदि उपस्थित थे।