ट्रैफिक पुलिसकर्मियों का समझो जरा दर्द, न पीने के लिए ठंडा पानी न बैठने के लिए बूथ, 44 डिग्री टेंपरेचर कड़कती धूप में कर रहे ड्यूटी
ट्रैफिक पुलिसकर्मियों का समझो जरा दर्द, न पीने के लिए ठंडा पानी न बैठने के लिए बूथ, 44 डिग्री टेंपरेचर कड़कती धूप में कर रहे ड्यूटी
उत्तराखंड में गर्मी ने अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। 44 डिग्री टेंपरेचर के बीच शहर में लगातार टूरिस्ट के हजारों वाहनों की संख्या गर्मी को और ज्यादा बढ़ा रही हैं। वाहनों के अंदर पर्यटक तो ऐसी की ठंडक ले रहे हैं। लेकिन वाहनों से निकलने वाली गर्मी सड़क पर चलने वाले लोगों को झुलसा रही है। इन सब के बीच शहर के चौक चौराहों पर ट्रैफिक व्यवस्था चलाने वाले पुलिस कर्मियों की स्थिति भी गर्मी से बदहाल है। कड़कती धूप में 44 टेंपरेचर और वाहनों से निकल रही गर्मी के बीच ड्यूटी कर रहे ट्रैफिक पुलिस कर्मियों का दर्द बयां कर पाना मुश्किल है। अनुशासन के चलते ना तो वह अपनी खाकी वर्दी के बटन खोल पा रहे हैं और ना ही वर्दी के अंदर बह रहे पसीने की धारा को रोक पा रहे है। किसी भी चौक चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस के लिए बूथ की व्यवस्था भी नहीं है। जिन स्थानों पर बूथ बने हैं उनकी हालत खराब है। उनमें ना तो पंखा है और ना ही हवादार खिड़की। पीने के लिए ठंडा पानी भी ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को नसीब नहीं हो रहा है। ऐसी स्थिति में ट्रैफिक चलाने वाले पुलिस कर्मियों का जज्बा तारीफे काबिल है। शहर के कुछ जागरूक लोगों ने ट्रैफिक पुलिस की दयनीय स्थिति को देखते हुए बेहतर व्यवस्था करने की मांग की है।