सीडीओ मनीष कुमार ने किया किलवांण गांव का निरीक्षण
सीडीओ मनीष कुमार ने किया किलवांण गांव का निरीक्षण
थौलधार (सुनील जुयाल की रिपोर्ट)– विकासखंड थौलधार में पलायन की मार झेल रहा किलवांण गांव आज भी विकास की राह देख रहा है। किलवांण गांव को पलायन आयोग ने पलायन गांव घोषित कर रखा है, जिसका आज मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार ने ब्लाक स्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारीयों के साथ बगिंयाल से पैदल चलकर गांव का विस्तार से निरिक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान समस्त ग्राम वासियों एवं क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने मुख्य विकास अधिकारी एवं ब्लाक स्तरीय कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य मन्साराम भट्ट ने बताया कि हमारे गांव में सरकार की तरफ कोई भी सुविधा उपलब्ध न होने के कारण हमारा गांव पलायन की मार झेल रहा है। ग्रामीण गजेन्द्र भट्ट ने दुरभाष के माध्यम से बताया कि उत्तराखंड राज्य को बने हुए 23 बर्ष हो गये लेकिन अभी तक हमारे गांव को राज्य बनने से कोई लाभ नही मिला है।उन्होंने कहा कि हमारे गांव की सबसे पहली मांग हे कि गांव को बगिंयाल से ज्वारना मोटर मार्ग पर जोड़ा जाय।उन्होंने कहा कि हमारे गांव का पलायन स्वत रुक जायेगा।
प्रधान झकोगी रामचंद्र भट्ट ने बताया कि सीडीओ सहाब से निवेदन किया गया कि इस गांव के ग्रामीणों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए अपनी जांच रिपोर्ट में पलायन का मुख्य कारण अवश्य दर्शाया जाय।
उन्होंने कहा कि रिपोर्ट के अनुसार ही पलायन पर विकास की कार्रवाई शुरू होगी। प्रधान कस्युंड़ मनोहर लाल उनियाल ने बताया कि पलायन होने के कारण जो लोग यहां रहते भी है,वह डर के साये में जी रहें हैं। उन्होंने बताया कि यहां आवागमन न होने के कारण जंगली जानवरों का भय हर समय बना रहता है। थौलधार ब्लाक में पलायन की मार झेल रहा किलवांण गांव आज भी हर सुबिधा से वांछित है। गांव के ग्रामीण हिरामणी भट्ट ने बताया कि समस्त ग्राम वासियों के हित को देखते हुए शासन एवं प्रशासन इस गांव को बचाने के लिए ठोस कदम उठाए, जिससे यह गांव रिवर्स पलायन कर सकें। जिला पंचायत सदस्य विनोद कोहली ने कहा कि इस गांव में सुविधाएं न होने के कारण इस गांव के निवासी पलायन कर गए। उन्होंने कहा जो लोग घर में हे भी तो वह लोग छानियों में रहते हैं।
उन्होंने कहा कि गांव वासियों ने छानीयों में रहने के अपना मन बना रखा कि सरकार उनकी तरफ ध्यान नहीं देती है। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी से कहा कि किलवांण गांव के निवासियों के लिए कोई ठोस योजना बनाई जाए, जिससे इस गांव को रिवर्स पलायन करवाया जा सकें।सामाजिक कार्यकर्ता नैन सिंह गुसाईं ने बताया कि आधा से ज्यादा पलायन सुविधाओं के अभाव से हो रहा है, स्थानीय लोगों को यहां पर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए तो पलायन रक सकता है। मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार ने निरिक्षण के तत्पश्चात ग्रामीणों के साथ चौपाल लगाकर ग्रामीणों की विभिन्न विभागों से सबंधित समस्याओं की जानकारी लेते हुए सबंधित विभागों को निर्देश दिए कि ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान शीघ्र किया जाय। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि किलवांण गांव का बारिकी से निरिक्षण किया गया है। इसकी रिपोर्ट तैयार करके शाशन को भेजी जायेगी।
उन्होंने कहा कि शासन जो भी योजना इस गांव के विकास के लिए बनाई जाएगी,उस योजना का जैसे ही शासनादेश एवं वित्तीय स्वीकृति जारी होगी,वैसे ही कार्य शुरू कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस गांव की स्वास्थ्य,शिक्षा,विधालयोंं की जीर्ण शीर्ण अवस्था, सड़क निर्माण,पेयजल जैसी समस्या को एवं इस प्रकार की बहुत बड़ी समस्याओं को देखते हुए रिपोर्ट बनाई जाएगी।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार,खंड विकास अधिकारी दुर्गा प्रसाद थपलियाल,खंड शिक्षा अधिकारी हिमांशु श्रीवास्तव, जिला पंचायत सदस्य विनोद कोहली, प्रधान कन्स्युड़ मनोहर लाल उनियाल, प्रधान झकोगी रामचंद्र भट्ट, किशोरी लाल भट्ट,आशाराम भट्ट,बालकृष्ण भट्ट, हीरामणि भट्ट, गिरिश भट्ट,कृतीराम,जय प्रकाश, नैन सिंह, श्रीमती प्रियंका देवी, जगतमबा देवी, दर्शनी देवी,रजनी देवी,रोशनी देवी,एवं समस्त जिला स्तरीय व ब्लाक स्तरीय विभागीय अधिकारी व कर्मचारी एवं राजस्व,स्वास्थ्य कर्मी से मौजूद रहें।