एस.जी.आर.आर विश्वविद्यालय में पी.एच.डी प्रवेश परीक्षा का आयोजन, 33 विषयों के लिए हुई लिखित परीक्षा में विभिन्न राज्यों से आए परीक्षार्थियों ने किया प्रतिभाग
एस.जी.आर.आर विश्वविद्यालय में पी.एच.डी प्रवेश परीक्षा का आयोजन, 33 विषयों के लिए हुई लिखित परीक्षा में विभिन्न राज्यों से आए परीक्षार्थियों ने किया प्रतिभाग
देहरादून- श्री गुरू राम राय विश्वविद्यालय में मंगलवार को पीएचडी प्रवेश परीक्षा आयोजित हुई। 33 विषयों के लिये आयोजित रिसर्च एंट्रेस में कई प्रदेशों के परीक्षार्थियों ने प्रतिभाग किया। विश्वविद्यालय के प्रेसीडेंट महंत देवेंद्र दास महाराज ने अपने संदेश में कहा कि विश्वविद्यालय में गुणात्मक रिसर्च को बढ़ावा देना विश्वविद्यालय की प्राथमिकता है। शोध कार्य किसी भी विश्वविद्यालय की पहचान होते हैं। हमारी कोशिश है कि श्री गुरू राम राय विश्वविद्यालय अपने शोध कार्यों के लिए देश और दुनिया में जाना जाए।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ0) यशबीर दिवान ने बताया कि विश्वविद्यालय में शोध गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव कोशिश हो रही है। हमारी कोशिश है कि विश्वविद्यालय में ऐसे शोध हों जिनसे प्रदेश के साथ-साथ देश दुनिया को फायदा हो।
रिसर्च डीन (डॉ0) लोकेश गंभीर ने जानकारी दी कि इस बार 130 परीक्षार्थियों ने परीक्षा में प्रतिभाग किया। आर.ई.टी लिखित परीक्षा क्वालिफाईड करने वाले सफल छात्रों का इंटरव्यू होगा उसके बाद मेरिट लिस्ट के आधार पर ही अंतिम चयन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि परीक्षा के सफल संचालन में परीक्षा नियंत्रक प्रो0 संजय शर्मा, केन्द्र अधीक्षक डॉ0 कीर्ति सिंह उप केन्द्र अधीक्षक डॉ0 सौरभ गुलेरी, डॉ0 स्वेता साहनी, डॉ0 बिन्सी पोथेन, डॉ0 रेखा ध्यानी एवं अनुभाग अधिकारी विरेन्द्र सिंह गुसांई, सुभाष डिमरी, गौरव फरासी, गणेश कोठारी, अक्षित, भारत जोशी, संजय कुमार का विशेष सहयोग रहा।
रिसर्च डीन (डॉ0) लोकेश गंभीर ने जानकारी दी कि इस बार 130 परीक्षार्थियों ने परीक्षा में प्रतिभाग किया। आर.ई.टी लिखित परीक्षा क्वालिफाईड करने वाले सफल छात्रों का इंटरव्यू होगा उसके बाद मेरिट लिस्ट के आधार पर ही अंतिम चयन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि परीक्षा के सफल संचालन में परीक्षा नियंत्रक प्रो0 संजय शर्मा, केन्द्र अधीक्षक डॉ0 कीर्ति सिंह उप केन्द्र अधीक्षक डॉ0 सौरभ गुलेरी, डॉ0 स्वेता साहनी, डॉ0 बिन्सी पोथेन, डॉ0 रेखा ध्यानी एवं अनुभाग अधिकारी विरेन्द्र सिंह गुसांई, सुभाष डिमरी, गौरव फरासी, गणेश कोठारी, अक्षित, भारत जोशी, संजय कुमार का विशेष सहयोग रहा।